Sacred Heart Convent Higher Secondary School, Mathura

Our School

The Sacred Heart Convent Higher Secondary School is an English Medium School managed by the Congregation of Carmelite Religious as a Christian Minority Institution in accordance with the rights enshrined in Articles 29 and 30 of the Constitution of India. It is affiliated to the I.C.S.E. Council, New Delhi.

The school stands for academic excellence, development of skill and character formation based on the love of God and service of man as modeled in Jesus Christ with a view of training citizens distinguished for the all round development and sincere commitment to God and Country.

Our Orientation to Education

Mother Veronica : Born: 01/10/1823

Died: 16/11/1906

Her outstanding love for God expressed in her tendency to serve the helpless, the afflicted and the sick.

Well educated, highly accomplished in the field of music and art with a mastery over Greek.

A woman of strong faith and prayer.

Reach out-especially girls, women and the marginalized.

We strive to produce intellectually competent, morally upright, socially commited and spiritually inspired persons who are responsible and available for the greater service of the country and of the world.

हमारा_Sacred Heart !.

- Late Miss Saroj Sherry

(Edited by Mrs. Shalini Unniyal)


सुनो सुनो ऐ Mathura वालों, Sacred Heart की अमर कहानी;

ये धरती इतनी पावन है जितना गंगा माँ का पानी;


1945 में Father Abraham ने बीज बोया;

मेहनत से जिसे बड़ा किया, उसने Sacred Heart का रूप लिया;

Mother Marry ने आकर इसको Convent में convert किया....सुनो सुनो....!!


Mathura के deligation ने जब Trivendram पर जोर दिया;

Carmelite Sister का Congregation तब यहाँ पर आया;

First superior Mother Jacob ने अपना काम यूँ दिखलाया....सुनो सुनो....!!


Mother Edith की कोशिश से यह primary से middle हुआ;

Education, सभ्यता, व मानवता में Mathura में इसने टॉप किया;

हर स्थान में Sacred Heart ने अपना झंडा फेहराया;

Mathura का गौरव रहा यह, Mathura को इसने चमकाया....सुनो सुनो....!!


Mother Emanual, Mother Amata, Mother Eugene ने आगे काम किया;

लेकिन सपना अधुरा था जिसे Mother Rajeena ने पूर्ण किया;

1980 में उनके अथक परिश्रम से इसने ICSE का recognition पाया;

First Principal हाई स्कूल की Sister Enid यहाँ आयीं;

फुला फला स्कूल हमारा zenith पर उन्होंने पहुंचाया....सुनो सुनो....!!


Sister Maud ने इसकी building को नया ही रूप दिया;

Double storey स्कूल हुआ, आकाश से बातें करने लगा;

Mother Gloria ने आकार इसको intermediate करवाया;

Sister Freda की knowledge and discipline ने अपना कमाल दिखलाया;

Sacred Heart के परिसर में फिर ज्ञान की ज्योति झिलमिलाई....सुनो सुनो....!!


फिर आ टिका स्कूल Sister Maria और Sister Pauline के कन्धों पर;

इनके कन्धों की मजबूती ने किया मजबूत स्कूल को;

पर अभी भी स्कूल की आवश्यकता अधिक, और थे साधन कम;

फिर 2006 में Sister Floripe को, भेजा ईशू ने स्वयं....सुनो सुनो....!!


मान आज्ञा ईशू की, जुट गयीं फिर Sister Floripe, था स्कूल को ऊँचा उठाना,

पर उन्हें था कहें और जाना, ईशू का सन्देश था कहीं और भी पहुंचाना;

मन को अपने छोड़ यहीं, कर फिर आने का वादा;

सौंप दी स्कूल की बागडोर फिर Sister Ancila Demelo को....सुनो सुनो....!!


Sister Floripe का स्कूल कार्य पूरा करने लगीं मन से Sister Demelo;

खूब प्यार लुटा सब पर, Sister Jenny से बोली अब तुम संभालो;

रंग लायी सबकी मेहनत, उन्नत्ति की स्कूल ने और;

चमकने लगा विद्या के आकाश में Sacred Heart का तारा ....सुनो सुनो....!!


पहुंची Principal बन Mathura Sister Molly जहां थी Sister Jenny;

Sister Sherin व Sister Molly की जोड़ी थी बड़ी निराली;

इस जोड़ी ने शुरू किया निर्माण कार्य double story से triple story का;

जान, दाम सब लगा झोंक दिया स्वयं को बच्चों का भविष्य बनाने को....सुनो सुनो....!!


फिर ले साथ मज़बूत इरादों को आयीं Sister Floripe;

उनके शुभ आगमन से सम्पूर्ण हुआ कार्य, झट उदघाटन करवाया;

किया समर्पित विद्या का यह मंदिर Mathura वासियों को;

और बच्चों के सर्वांगीण विकास का बीड़ा उठा, शिक्षा के छेत्र में उजियारा फैलाया;

अब Sacred Heart सूरज बन चमक रहा है इन सबकी मेहनत से;

Mathura के बच्चों का यह भविष्य सुनेहरा इसको जय जयकार करो;

Sacred Heart शत-शत प्रणाम, तुझे शत-शत प्रणाम....सुनो सुनो....!!